बुरे दिनों से बचने के लिए आजमाएं लाल किताब ये 9 चमत्कारी उपाय
बुरे दिनों से बचने के लिए आजमाएं लाल किताब ये 9 चमत्कारी उपाय
यदि आप ग्रहों या नक्षत्रों की खराब स्थिति का सामना कर रहे हैं या आप मुसीबतों से घिरे हुए हैं। ऐसा भी हो सकता है कि पिछले कई महीनों से आप परेशानियों से घिरे हों। एक के बाद एक संकट आते रहते हैं और धन संपत्ति आदि सब संकट में आ जाते हैं तो यहां बताए गए अचूक उपायों को आजमाएं।
टोटके कहकर अक्सर लोग सोचते हैं कि यह कोई तांत्रिक या जादू-टोना की चीज होगी, लेकिन ये ज्योतिषीय टोटके लाल किताब के सात्विक टोटके बनकर रह जाते हैं, आप इन्हें उपाय कह सकते हैं। कई लोग इसे आस्था और अंधविश्वास का मामला मानते हैं। लेकिन इन उपायों को करने में कोई हर्ज नहीं है।
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1. हनुमान चालीसा पढ़ना: सबसे पहले आप हनुमान चालीसा का विधि-विधान से पाठ करना शुरू करें। संध्यावंदन के साथ प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। संध्यावंदन सुबह-शाम घर या मंदिर में किया जाता है। पवित्र भाव और शांति के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करने से हमें हनुमानजी की कृपा प्राप्त होती है, जो हमें हर तरह के जाने-अनजाने-होने-अनहोने से बचाती है। हनुमान चालीसा पढ़ने के बाद कपूर से हनुमानजी की आरती करें।
हनुमानजी को चढ़ाएं चोला: हनुमानजी को 5 बार चोला चढ़ाएं, तो संकटों से तुरंत मुक्ति मिलेगी। इसके अलावा हर मंगलवार या शनिवार को एक बरगद के पत्ते पर आटे का दीपक जलाकर हनुमानजी के मंदिर में रख दें। ऐसा कम से कम 11 मंगलवार या शनिवार तक करें।
2. नारियल का आटा: एक पानी वाला नारियल लें और इसे अपने ऊपर से 21 बार फेंट लें। वारने के बाद किसी मंदिर में जाकर अग्नि में जला दें। इस प्रकार परिवार के जिस सदस्य पर संकट हो उस पर नारियल को वारे। यह उपाय किसी भी मंगलवार या शनिवार को करना चाहिए। 5 शनिवार ऐसा करने से जीवन में अचानक आने वाली परेशानियों से मुक्ति मिलेगी। यदि किसी सदस्य का स्वास्थ्य खराब रहता है तो उसके लिए यह उपाय सर्वोत्तम है।
3. गाय, कुत्ते, चींटी व पक्षियों को दाना खिलाएं: पेड़, चींटी, गाय, पक्षी, कुत्ता, कौआ, विकलांग मनुष्य आदि के लिए दाना-पानी की व्यवस्था करने से आपको हर तरह से आशीर्वाद मिलता है। इसे वेदों के पंचयज्ञों में से एक 'वैश्वदेव यज्ञ कर्म' कहा गया है। यह सबसे बड़ा पुण्य माना जाता है।
मछलियों को दाना डालें: कागज पर छोटे-छोटे अक्षरों में राम-राम लिखें। इन नामों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में लिखें और सभी को अलग-अलग काट लें। - अब आटे की छोटी-छोटी लोइयां बनाकर एक-एक कागज के टुकड़े पर लपेटकर नदी या तालाब में जाकर मछलियों और कछुओं को खिला दें। कछुओं और मछलियों को नियमित रूप से आटे की गोलियां खिलाएं और चींटियों को मैदा में चीनी मिलाकर खिलाएं।
* प्रतिदिन कौए या पक्षियों को भोजन कराने से पितृ तृप्त होते हैं।
* चीटियों को नित्य भोजन कराने से कर्ज और संकट से मुक्ति मिलती है।
* कुत्ते को रोज रोटी खिलाने से अचानक आने वाले संकट दूर रहते हैं।
* गाय को रोज रोटी खिलाने से आर्थिक संकट दूर होता है।
4. जल अर्पण: तांबे के बर्तन में जल लेकर उसमें थोड़ा सा लाल चंदन मिलाएं। उस बर्तन को अपने सिरहाने रखकर रात को सो जाएं। सुबह उठकर सबसे पहले उस जल को तुलसी के पौधे पर चढ़ाएं। ऐसा कुछ दिनों तक करें। धीरे-धीरे आपकी परेशानियां दूर होंगी।
5. छाया दान करें: शनिवार के दिन कांसे की कटोरी में सरसों का तेल और एक सिक्का (रुपया-पैसा) डालकर उसमें अपनी परछाई देखें और जो मांगे उसे तेल दें या तेल सहित उस पात्र को शनिवार को किसी शनि मंदिर में रख आएं। यह उपाय आप कम से कम पांच शनिवार करें तो आपकी शनि की पीड़ा शांत हो जाएगी और शनिदेव की कृपा होने लगेगी।
6. जप से मिलेगी मुसीबतों से मुक्ति: सभी प्रकार के बुरे कर्मों को छोड़कर प्रतिदिन राम नाम, गायत्री मंत्र या महामृत्युंजय मंत्र का जप शुरू करें। याद रखें कि इनमें से किसी एक मंत्र का ही जाप करें। यह जप सुबह या शाम को मंदिर में जाकर ठीक से बैठकर करें।
इसका कम से कम 43 दिनों तक लगातार सुबह शाम जाप करें। जब इस जाप का प्रभाव शुरू होगा तो संकट भी धीरे-धीरे दूर होने लगेगा। जाप के दौरान झूठ न बोलें, तामसिक भोजन न करें और किसी भी प्रकार का नशा न करें, अन्यथा इसके बुरे परिणाम हो सकते हैं। आप दिन भर राम नाम का जाप कर सकते हैं। कलियुग में राम नाम से बढ़कर कोई उपाय नहीं है।
7. गुड़ और घी चढ़ाएं: हिंदू धर्म में धूपबत्ती चढ़ाने और दीपक जलाने का बहुत अधिक महत्व है। आमतौर पर धूप दो तरह से दी जाती है। पहले को गुग्गुल-कर्पूर और दूसरे को गुड़-घी में मिलाकर जलते हंडे पर रखा जाता है। यहां गुड़, घी और चावल से दी जाने वाली धूप का विशेष महत्व है।
ग्रहण के अलावा प्रत्येक ग्यारहवें, तेरहवें, चौदहवें, अमावस्या और पूर्णिमा को गुड़ और घी की धूप दें। इस गुड़ और घी की धूप को देवताओं को अर्पित करें। किसी पूर्वज या अन्य को निमित्त दान न करें।
8. श्मशान में डालें सिक्के: अगर आप किसी की अर्थी में जाना चाहते हैं तो लौटते वक्त कुछ सिक्के फेंककर श्मशान में आएं। पीछे मत देखो। इस उपाय से अचानक आई बाधा तुरंत समाप्त होगी और आपको दैवीय सहयोग प्राप्त होगा।
9. घर में रखें मछलीघर: इसके लिए अपने घर में एक सजावटी फव्वारा रखें या एक ऐसा एक्वेरियम रखें जिसमें 8 सुनहरी और एक काली मछली हो। इसे उत्तर या ईशान दिशा में रखें। यदि कोई मछली मर जाए तो उसे निकालकर नई मछली लाकर उसमें डाल देना चाहिए।
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