गुरुवार 28 जुलाई हरियाली अमावस्या के दिन ये करने से बदलेगी आपकी किस्मत
श्रावण मास मे आनेवाली अमावस्या हरियाली अमावस्या कहीं जाती है।
क्यूंकि प्रकृति के चारो और हरियाली ही हरियाली होती है.इसलिए हम इसे हरियाली अमावस्या कहते है.
वैसे तो हिंदू धर्म में प्रत्येक माह आनेवाली अमावस्या का महत्व है,लेकिन श्रावण मास में आनेवाली अमावस्या का अपना अलग ही विशेष महत्व होता है। इसबार गुरुवार (28 जुलाई ) को श्रावण मास की अमावस्या है इस तिथि पर गुरुपुष्य नक्षत्र पर अमृत सिद्धि योग और सवार्थ सिद्धि योग का अद्भुत संयोग बन रहा है,जो हमारे हिन्दू शास्त्रों में बहुत ही शुभ संयोग माना जाता हैं,इस कारण हरियाली अमावस्या का महत्व और भी अधिक महत्वपूर्ण है.
इस दिन किसी भी पवित्र नदी में स्नान करने के साथ पितरों का श्राद्ध कर्म एवम तर्पण करने का भी विशेष महत्व है!
1. पितृ तर्पण :- अमावस्या पर किसी पवित्र नदी में स्नान कर अपने पितरों का श्राद्ध क्रम एवं तर्पण करना चाहिए यदि नदी में स्नान ना कर सकें तो स्नान करने वाले जल में गंगाजल डालकर भी स्नान कर सकते है.और शिवजी एवं मां पार्वती की पूजा करनी चाहिए।
2. पोधा रोपण :-
पेड़ पोधे हमे हरियाली के साथ जीवन जीने के लिए ऑक्सीजन भी प्रदान करते हैं, शास्त्रो में कहा गया है की इसदिन पोधा रोपण करने से हमें सभी प्रकारके कुंडली दोषों से मुक्ति मिलती है।इस दिन घर में तुलसी का पौधा लगाना अति शुभ माना जाता है!
3. दान पुण्य :-
इस दिन दीपदान का भी विशेष महत्व है, किसी नदी या मंदिर में दीपदान करना चाहिए और अपनी श्रद्धा अनुरुप अन्न दान और पंडितो या गरीबो को भोजन कराना चाहिए।ऐसा करने से आपके सभी संकट दूर होंगे एवं आपके जीवन में सुखः समृद्धि का वास होगा।
4: पूजा पाठ :
हरियाली अमावस्या पर हनुमान जी और माँ लक्ष्मी की विधिवत पूजा करने से उनकी विशेष क्रिपा प्राप्त होती है!